इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री के लिए गुड न्यूज, 2 महीने आगे बढ़ी EMPS स्कीम

Photo:PIXABAY इलेक्ट्रिक व्हीकल सरकार ने इलेक्ट्रिक परिवहन प्रोत्साहन योजना (EMPS) को दो महीने के लिए बढ़ाने की शुक्रवार को घोषणा करने के साथ कुल परिव्यय को भी बढ़ाकर 778 करोड़ रुपये कर दिया। इस योजना को इस साल मार्च में भारी उद्योग मंत्रालय ने शुरू किया था। इसका उद्देश्य पूरे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है। ईएमपीएस योजना मूल रूप से एक अप्रैल, 2024 से 31 जुलाई, 2024 तक चलने वाली थी, जिसका कुल परिव्यय 500 करोड़ रुपये था। 2 महीने आगे बढ़ाया एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, “इस योजना को दो महीने यानी 30 सितंबर, 2024 तक बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा योजना का परिव्यय भी बढ़ाकर 778 करोड़ रुपये कर दिया गया है।” इस योजना का उद्देश्य सरकार की हरित पहलों को आगे बढ़ाना और देश में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) विनिर्माण परिवेश के विकास को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत पात्र ईवी श्रेणियों में पंजीकृत ई-रिक्शा एवं ई-कार्ट सहित इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहन शामिल हैं। आम लोगों के लिए किफायती और पर्यावरण-अनुकूल सार्वजनिक परिवहन विकल्प मुहैया कराने पर जोर देने के साथ यह योजना मुख्य रूप से उन ई-दोपहिया और ई-तिपहिया पर लागू होगी जो वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए पंजीकृत हैं। इसके अलावा निजी या कॉरपोरेट स्वामित्व वाले पंजीकृत ई-दोपहिया भी योजना के तहत पात्र होंगे। ईवी इंडस्ट्री को प्रोत्साहन इस योजना से इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को प्रोस्ताहन मिलता है और ईवी की सप्लाई चेन मजबूत होती है। इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। ईएमपीएस योजना को भारी उद्योग मंत्रालय के द्वारा शुरू किया गया है। यह योजना पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन को भी आगे ले जाने का काम करती है। Latest Business News डिस्क्लेमरः यह Live India News की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. Live India News की टीम ने संपादित नहीं किया है Source link

पीएम मोदी नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल मीटिंग की 27 जुलाई को करेंगे अध्यक्षता, इस बात पर होगी खास चर्चा

Photo:REUTERS नीति आयोग के अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को यानी 27 जुलाई को नीति आयोग की 9वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसमें भारत को विकसित देश बनाने के लिए ‘विकसित भारत@2047’ दस्तावेज पर चर्चा की जाएगी। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। भाषा की खबर के मुताबिक, नीति आयोग की सर्वोच्च संस्था परिषद में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। नीति आयोग के अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं। 2047 तक का है ये टारगेट खबर के मुताबिक, अधिकारी ने बताया कि भारत को अपनी आजादी के 100वें वर्ष यानी 2047 तक 30 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की विकसित अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करने के लिए एक विजन दस्तावेज तैयार किया जा रहा है। 2023 में नीति आयोग को 10 क्षेत्रीय विषयगत दृष्टिकोणों को समेकित करके विकसित भारत @2047 के लिए एक संयुक्त दृष्टिकोण बनाने का काम सौंपा गया था। इस दृष्टिकोण में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित विकास के विभिन्न पहलू शामिल हैं। ये मुख्यमंत्री मीटिंग में शामिल नहीं होंगे इस बीच, कांग्रेस शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों – कर्नाटक के सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुखू और तेलंगाना के रेवंत रेड्डी – ने घोषणा की है कि वे केंद्रीय बजट में अपने राज्यों के खिलाफ कथित पक्षपात के कारण नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं होंगे। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके नेता एम के स्टालिन, केरल के सीएम और सीपीआई (एम) नेता पिन्नाराय विजयन के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब और दिल्ली सरकारों ने भी बैठक का बहिष्कार करने की घोषणा की है। ममता बनर्जी ने कैंसिल किया अपना कार्यक्रम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो गुरुवार को बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली आने वाली थीं, ने अपनी योजना रद्द कर दी। यह स्पष्ट नहीं है कि वह शनिवार को बैठक में शामिल होंगी या नहीं। बीजू जनता दल (बीजेडी) के सांसद सस्मित पात्रा ने विपक्षी दलों द्वारा लिए गए निर्णय का समर्थन किया है और केंद्र पर राज्यों को बजट में उनका हिस्सा न देने का आरोप लगाया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की सांसद महुआ माजी ने कहा है कि उनकी पार्टी राज्य के हितों के आधार पर निर्णय लेगी। जेएमएम इंडिया ब्लॉक का घटक है। Latest Business News डिस्क्लेमरः यह Live India News की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. Live India News की टीम ने संपादित नहीं किया है Source link

Top up Home Loan क्या होता है? जानिए क्या-क्या हैं इसके बेनिफिट्स

Photo:PIXABAY होम लोन Top up Home Loan : होम लोन ग्राहकों को कई बार घर खरीदने या बनाने में या इससे इतर दूसरे कामों के लिये पैसों की जरूरत पड़ जाती है। ऐसे में महंगा पर्सनल लोन लेने के बजाय ये ग्राहक टॉप अप होम लोन ले सकते हैं। इसमें ब्याज दर कम होती है और ग्राहक को अच्छी डील भी मिल जाती है। यह होम लोन उन ग्राहकों को ऑफर होता है, जिन्होंने पहले से होम लोन लिया हुआ है। आपको होम लोन के अलावा अतिरिक्त पैसों की जरूरत पड़ जाती है, तो टॉप-अप होम लोन एक अच्छा विकल्प है। आइए जानते हैं कि इसके क्या-क्या फायदे हैं। ये हैं टॉप-अप होम लोन के फायदे टॉप-अप होम लोन से ग्राहक अपने मौजूदा लोन अमाउंट के अलावा और कर्ज ले सकते हैं। टॉप अप लोन पर ग्राहक को अपने मौजूदा कर्जदाता से अच्छी डील मिल जाती है। इससे आपकी कर्ज लेने की कुल लागत घट जाती है। टॉप अप होम लोन आपके कर्ज को मैनेज करने का एक अफोर्डेबल सोल्यूशन है। अगर आप पुनर्भुगतान के लिए कम अवधि चुनते हैं, तो टॉप-अप होम लोन्स ग्राहकों के लिए काफी फायदेमंद हैं। टॉप-अप होम लोन की अवधि अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए भारतीय स्टेट बैंक 30 साल तक की अवधि के लिए टॉप-अप होम लोन देता है। टॉप अप होम लोन पर ब्याज दर आमतौर पर रेगुलर होम लोन की रेट्स से थोड़ी अधिक होती है। यह रेट ग्राहक की प्रोफाइल पर भी निर्भर करती हैं। होम लोन और टॉप-अप होम लोन की रेट्स के बीच अंतर आमतौर से 1 से 2 फीसदी के बीच होता है। अगर ग्राहक बिना कोई EMI मिस किये 12 महीने तक होम लोन का पुनर्भुगतान कर देता है, तो वह होम लोन टॉप-अप लेने के योग्य हो जाता है। बैंक द्वारा सेंक्शन होने वाली रकम रेगुलर होम लोन में पुनर्भुगतान की गई मंथली इन्स्टॉलमेंट पर भी निर्भर करेगी। इससे आपको पर्सनल लोन के लिए अलग से आवेदन नहीं करना पड़ेगा। बहुत बार होम लोन के अलावा भी कुछ अतिरिक्त खर्चे आ जाते हैं। होम लोन टॉप अप इन खर्चों को पूरा कर सकता है। Latest Business News डिस्क्लेमरः यह Live India News की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. Live India News की टीम ने संपादित नहीं किया है Source link

Gold Price Today : आज फिर औंधे मुंह गिरा सोना, चांदी में भी जबरदस्त गिरावट, सस्ते हो गए जेवर

Photo:FILE सोने चांदी का भाव Gold Price Today on 25th July 2024 : बजट के बाद से ही सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को पेश हुए पूर्ण बजट में सोने-चांदी से कस्टम ड्यूटी घटाने की घोषणा की थी। उसके बाद से ही इन कीमती धातुओं के दाम लगातार टूट रहे हैं। गुरुवार को भी घरेलू बाजार में सोने-चांदी गिरावट के साथ ट्रेड करते दिखे। गुरुवार शाम वायदा कीमतें गिरावट के साथ ट्रेड करती दिखाई दीं। आइए जानते हैं कि भाव क्या बने हुए हैं। काफी सस्ता हो गया सोना एमसीएक्स एक्सचेंज पर गुरुवार शाम 5 अगस्त 2024 की डिलीवरी वाला सोना 1.60 फीसदी या 1103 रुपये की गिरावट के साथ 67,849 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखाई दिया। वहीं, 4 अक्टूबर 2024 की डिलीवरी वाला सोना इस समय 1.78 फीसदी या 1237 रुपये की जबरदस्त गिरावट के साथ 68,215 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखा। चांदी में भी भारी गिरावट सोने के साथ ही चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट देखने को मिली है। एमसीएक्स एक्सचेंज पर गुरुवार शाम 5 सितंबर 2024 की डिलीवरी वाली चांदी 4.41 फीसदी या 3747 रुपये की गिरावट के साथ 81,147 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड करती दिखी। सोने के वैश्विक भाव टूटे सोने की वैश्विक कीमतों में भी गुरुवार शाम गिरावट देखने को मिली है। कॉमेक्स पर सोना 1.95 फीसदी या 48 डॉलर की बड़ी गिरावट के साथ 2,416 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखा। वहीं, गोल्ड स्पॉट का भाव 1.25 फीसदी या 30 डॉलर गिरकर 2367 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखा। चांदी के वैश्विक भाव भी गिरे कॉमेक्स पर चांदी की वैश्विक कीमतें गुरुवार शाम 5.36 फीसदी या 1.57 डॉलर की गिरावट के साथ 27.75 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करती दिखी। वहीं, सिल्वर स्पॉट का भाव 4.63 फीसदी या 1.34 डॉलर की गिरावट के साथ 27.57 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखा। Latest Business News डिस्क्लेमरः यह Live India News की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. Live India News की टीम ने संपादित नहीं किया है Source link

शेयर बाजार को लगा झटका, सेंसेक्स 540 अंक लुढ़ककर खुला, निफ्टी भी जोरदार गिरा

Photo:REUTERS 23 जुलाई को पेश केंद्रीय बजट 2024 को लेकर बाजार में उत्साह नहीं देखा गया। बजट के बाद बाजार की रौनक लगातार गायब सी दिख रही है। बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स ने गुरुवार के कारोबारी सत्र में नकारात्मक क्षेत्र में शुरुआत की। घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को बड़ी गिरावट के साथ खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स ओपनिंग टाइम सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर 542.41 अंक लुढ़ककर 79606.47 के लेवल पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह, निफ्टी भी 173 अंक टूटकर 24240.50 के लेवल पर कारोबार की शुरुआत की। ऐसा देखा गया कि 23 जुलाई को पेश केंद्रीय बजट 2024 को लेकर बाजार में उत्साह नहीं देखा गया। व्यापक सूचकांक नकारात्मक क्षेत्र में खुले। बैंक निफ्टी इंडेक्स 554.70 अंक की गिरावट के साथ 50,762.30 पर खुला। शेयर मार्केट में यह गिरावट सरकार द्वारा 2024-25 के बजट में प्रतिभूति लेनदेन कर और अल्पकालिक पूंजीगत लाभ कर में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद वित्तीय और बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली के कारण हुई। टॉप गेनर और टॉप लूजर स्टॉक्स कारोबार की शुरुआत में निफ्टी पर एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एलएंडटी, टाटा मोटर्स, नेस्ले और एचयूएल प्रमुख लाभ में रहे, जबकि एक्सिस बैंक, हिंडाल्को, टाटा स्टील, पावर ग्रिड कॉर्प और श्रीराम फाइनेंस नुकसान में रहे। गुरुवार सुबह डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतें 0.12% की गिरावट के साथ 77.37 डॉलर पर कारोबार कर रही हैं, जबकि ब्रेंट क्रूड की कीमतें 0.34% की गिरावट के साथ 81.43 डॉलर पर कारोबार कर रही हैं। गुरुवार की सुबह एशिया-प्रशांत क्षेत्र के शेयर निगेटिव क्षेत्र में कारोबार कर रहे हैं। एशिया डॉव 1.68% नीचे है, जापान का निक्केई 225 2.89% नीचे है, हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 0.64% की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ है, और बेंचमार्क चीनी इंडेक्स शंघाई कंपोजिट 0.24% नीचे है। निवेशकों का कैसा रहा रुख एनएसई पर उपलब्ध अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, 24 जुलाई 2024 को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 5,130.90 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3137.30 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इसके इतर, 25 जुलाई को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 1 पैसे गिरकर 83.72 के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया। Latest Business News डिस्क्लेमरः यह Live India News की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. Live India News की टीम ने संपादित नहीं किया है Source link

66% टैक्सपेयर्स ने चुना न्यू इनकम टैक्स रिजीम, अब तक 4 करोड़ ITR हुए फाइल, जानिए क्या है लास्ट डेट

Photo:FILE इनकम टैक्स केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के चेयरमैन रवि अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि चालू सत्र में अब तक दाखिल कुल आयकर रिटर्न (ITR) में से 66 प्रतिशत से अधिक करदाताओं ने नई आयकर व्यवस्था को चुना है। अब तक कुल चार करोड़ रिटर्न दाखिल किए गए हैं। उन्होंने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि सरकार और प्रत्यक्ष कर विभाग का ध्यान आयकर विभाग के साथ आईटीआर दाखिल करने और अन्य कारोबार करने सहित कर प्रक्रियाओं के ‘सरलीकरण’ पर है। बिना पेनल्टी के आयकर रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई है। पिछले साल से ज्यादा रिटर्न फाइल हुए अग्रवाल ने कहा, “(सरकार का) विचार यह है कि जितना अधिक आप सरलीकरण करेंगे, उतना ही लोगों के लिए अनुपालन करना आसान हो जाएगा, जिससे इसमें वृद्धि होगी।” उन्होंने कहा, “यह इस तथ्य से भी दिखता है कि आज की तारीख तक दाखिल किए गए रिटर्न (आईटीआर) की संख्या पिछले वर्ष में इसी समय के दौरान दाखिल किए गए रिटर्न की तुलना में काफी अधिक है।” उन्होंने कहा कि पिछले साल चार करोड़ आईटीआर का आंकड़ा 25 जुलाई को पार हो गया था, लेकिन इस बार यह संख्या 22 जुलाई की रात को पार हो गई। नए टैक्स रिजीम को अपना रहे लोग सीबीडीटी के चेयरमैन ने कहा कि नई कर व्यवस्था के प्रति ‘पर्याप्त आकर्षण’ है और आज तक दाखिल लगभग 66 प्रतिशत आयकर रिटर्न (आईटीआर) नई व्यवस्था के तहत हैं। “उम्मीद है कि आगे चलकर हमें (नई आईटीआर व्यवस्था के तहत) अधिक लाभ मिलेगा।” उन्होंने कहा कि पिछले साल 31 जुलाई को अंतिम तिथि तक लगभग 7.5 करोड़ आईटीआर दाखिल किए गए थे। Latest Business News डिस्क्लेमरः यह Live India News की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. Live India News की टीम ने संपादित नहीं किया है Source link

Adani Green ने खावड़ा प्लांट में शुरू किया पवन ऊर्जा का उत्पादन, लगी है दुनिया की सबसे बड़ी टर्बाइन

Photo:FILE खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट गुजरात स्थित अडानी के खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट (Khavra Renewable Energy Project) में अडानी ग्रीन ने पवन ऊर्जा का उत्पादन शुरू कर दिया है। यह 30,000 मेगावॉट (30 गीगावॉट) क्षमता वाला दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट है। बंजर भूमि पर 538 वर्ग किलोमीटर में निर्मित यह पेरिस के आकार से पांच गुना और लगभग मुंबई शहर जितनी बड़ी परियोजना है। यहां अब अडानी ग्रीन ने पहली 250 मेगावॉट की पवन ऊर्जा क्षमता का संचालन शुरू कर दिया है। इससे अब खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट की कुल ऊर्जा उत्पादन क्षमता 2,250 मेगावॉट हो गई है। यहां लगी है दुनिया की सबसे बड़ी ऑफशोर विंड टर्बाइन अडानी ग्रीन एनर्जी के पास भारत में सबसे बड़ा ऑपरेशनल रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो है, जिसका आकार 11,184 मेगावॉट है। कंपनी ने कहा कि खावड़ा भारत में सबसे बड़ा पवन ऊर्जा का सोर्स है। 8 मीटर प्रति सेकंड की हवा की रफ्तार इसे पवन ऊर्जा उत्पादन के लिए एक उपयुक्त स्थान बनाती है। खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट में दुनिया की सबसे बड़ी और अधिक क्षमता वाली ऑफशोर विंड टरबाइन लगी हैं, जिसमें प्रत्येक की क्षमता 5.2 मेगावॉट है। 5.2 मेगावॉट क्षमता वाली इस टर्बाइन के रोटर का व्यास 160 मीटर है और इसकी ऊंचाई करीब 200 मीटर है, जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बराबर है और दुनिया में सबसे बड़े हैं। जर्मन टेक्नोलॉजी का हुआ इस्तेमाल खावड़ा में लगी 5.2 मेगावॉट की विंड टर्बाइन बनाने में जर्मन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है और यह अडानी न्यू इंडस्ट्री लिमिटेड की मुंद्रा पोर्ट स्थित फैक्टरी में बनाई गई है। अडानी ग्रीन की ओर से खावड़ा की बंजर जमीन को क्लीन और किफ़ायती ऊर्जा के हब के रूप में बदल दिया गया है। खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट आसानी से 1.61 करोड़ घरों को ऊर्जा दे सकता है। खावड़ा स्थित दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट वैश्विक डी-कार्बनाइज़ेशन में प्रयासों को बढ़ाता है, साथ ही इस क्षेत्र में भारत की प्रगति को भी दर्शाता है। भूटान के राजा ने किया दौरा मंगलवार को भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग टोबगे ने गुजरात के खावड़ा में दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी साइट का दौरा किया। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी साइट और मुंद्रा बंदरगाह का दौरा करने के लिए उनका बहुत आभारी हूं। शिलान्यास होने के 12 महीने के भीतर खावड़ा एनर्जी प्लान्ट में 2 गीगावॉट ऊर्जा क्षमता शुरू कर दी गई है। अडानी ग्रीन एनर्जी की ओर से वित्तवर्ष 2029-30 के लिए रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता का टारगेट 45 गीगावॉट से बढ़ाकर 50 गीगावॉट कर दिया गया है। Latest Business News डिस्क्लेमरः यह Live India News की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. Live India News की टीम ने संपादित नहीं किया है Source link

बजट के बाद ओल्ड या न्यू टैक्स रिजीम में कौन फायदेमंद? इनकम के अनुसार यहां समझें कैलकुलेशन

बजट में वित्त मंत्री ने ओल्ड टैक्स रिजीम में कोई बदलाव नहीं किया लेकिन न्यू टैक्स रिजीम में छूट की सीमा बढ़ाई है। इससे न्यू टैक्स रिजीम पहले से बेहतर हो गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट 2024 में की गई घोषणाओं के बाद, टैक्सपेयर्स में कन्फ्यूजन है कि अब कौन सी व्यवस्था चुनना फायदेमंद रहेगा।

Budget 2024: अभी जो बजट पेश हुआ है, वो किस दिन से लागू होगा? जान लीजिए जवाब

Budget 2024 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज मंगलवार को संसद में आम बजट पेश किया। यह मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट था। वहीं, निर्मला सीतारमण का यह सातवां बजट था।

Budget Explainer 2024 : आम आदमी को इस बजट में क्या मिलीं बड़ी सौगातें? इन 10 पॉइंट्स से समझिए

Budget Explainer 2024 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज मंगलवार को मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश कर दिया है। यह निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया सातवां बजट था।

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