UPI Transaction:आज UPI हमारी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। एक व्यक्ति प्रतिदिन करीब 60-70 प्रतिशत लेनदेन UPI से करता है। यही कारण है कि भारत में हर दिन करोड़ों UPI ट्रांजैक्शन होते हैं, जिससे सैकड़ों करोड़ रुपये का लेनदेन होता है। इसलिए, देश भर में कई कंपनियां यूपीआई के जरिए ऑनलाइन भुगतान करती हैं। लेकिन फोनपे, पेटीएम और गूगल पे सबसे अधिक यूपीआई पेमेंट ऐप हैं। ज्यादातर यूपीआई ट्रांजैक्शन फ्री होते हैं और ये सभी कंपनियां कोई शुल्क नहीं लेती हैं। लेकिन, अब ये मुफ्त सेवाएं लोगों के लिए जल्द ही बंद हो सकती हैं और आपको अलग-अलग सर्विसेज के लिए फीस चुकानी पड़ सकती है।
Google Pay ने ग्राहक से वसूले 15 रुपये
ये कंपनियां पहले से ही यूपीआई के जरिए मोबाइल रिचार्ज करने के लिए अलग-अलग नामों से भुगतान कर रही हैं। लेकिन वसूली का ये सिलसिला अब मोबाइल रिचार्ज तक नहीं रहने वाला है, बल्कि बढ़ने वाला है। इसकी शुरुआत भी गूगल पे ने की है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल पे ने बिजली का बिल जमा करने के लिए ग्राहक से 15 रुपये की कन्वीनियंस फीस वसूल की है। रिपोर्ट के अनुसार, ग्राहक ने क्रेडिट कार्ड की मदद से गूगल पे से बिजली का भुगतान किया था।
देश में जबरदस्त तरीके से बढ़ रहा है यूपीआई का इस्तेमाल
Google Pay ने इस वसूली को जीएसटी सहित “डेबिट और क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन के लिए प्रोसेसिंग फीस” बताया। यूपीआई को कई अन्य सेवाओं में भी उपयोग किया जा सकता है। वर्तमान में लोग यूपीआई का ही उपयोग कर रहे हैं, जैसे कि पेट्रोल, डीजल, रेलवे, फिल्म, फास्टैग, गैस बुकिंग, मनी ट्रांसफर, मेट्रो कार्ड रिचार्ज, इंश्योरेंस प्रीमियम, आदि।

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