26/11 मुंबई हमला: वो काली रात, जब भारत की आर्थिक राजधानी 59 घंटों तक दहलती रही; शहीदों को सलाम!
26/11 मुंबई: आज वह तारीख है, जब भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई पर आधुनिक इतिहास के सबसे भयानक और सुनियोजित आतंकी हमले हुए थे। 26 नवंबर 2008 की रात, पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के 10 प्रशिक्षित आतंकवादियों ने समुद्र के रास्ते मुंबई में प्रवेश किया और भारत के हृदय पर एक क्रूर चोट की। यह हमला भारत के लोकतंत्र, एकता और शांति पर किया गया एक सीधा प्रहार था, जिसने देश को हिलाकर रख दिया।
हमले का भयावह घटनाक्रम
बुधवार की रात लगभग 8:00 बजे, 10 आतंकी दो-दो के समूह में बंटे और शहर के प्रमुख और भीड़-भाड़ वाले स्थानों को निशाना बनाया। यह हमला लगभग 59 घंटों तक चला।
आतंकवादियों ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) रेलवे स्टेशन पर अंधाधुंध गोलीबारी
आतंकवादियों ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) रेलवे स्टेशन पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इसके बाद ताज महल पैलेस होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल, नरीमन हाउस (यहूदी केंद्र) और लियोपोल्ड कैफे सहित कई अन्य स्थानों पर ताबड़तोड़ हमले किए।
हमलों में 166 निर्दोष लोग मारे गए
इन हमलों में 166 निर्दोष लोग मारे गए (जिनमें 18 बहादुर सुरक्षाकर्मी और 26 विदेशी नागरिक शामिल थे) और 300 से अधिक घायल हुए।
मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों
इस दौरान मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों (जैसे हेमंत करकरे, अशोक कामटे और विजय सालस्कर) और NSG कमांडो ने अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए अपनी जान न्यौछावर कर दी।
भारतीय सुरक्षा बलों ने 9 आतंकवादियों को मार गिराया
तीन दिनों तक चले ऑपरेशन के बाद, भारतीय सुरक्षा बलों ने 9 आतंकवादियों को मार गिराया और एकमात्र जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब को गिरफ्तार किया, जिसकी गवाही ने पाकिस्तान की इस साजिश का पर्दाफाश किया। कसाब को 2012 में फांसी दी गई।
26/11 के बाद भारत में सुरक्षा बदलाव
Shri Ram Janmabhoomi temple in Ayodhya: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर अयोध्या में भव्य श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा धर्म ध्वज फहराएंगे।
इस हमले ने भारत की तटीय और आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी कमियों को उजागर किया। इसके बाद देश की सुरक्षा प्रणाली में कई महत्वपूर्ण और संरचनात्मक बदलाव किए गए
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)
आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी का गठन किया गया, जिससे आतंकवाद के खिलाफ कानूनी लड़ाई को मजबूती मिली।
समुद्री मार्ग से घुसपैठ रोकने के लिए तटीय सुरक्षा को मजबूत किया गया। भारतीय नौसेना को तटीय और अपतटीय सुरक्षा की मुख्य ज़िम्मेदारी सौंपी गई और सागर प्रहरी बल (SPB) का गठन किया गया।
खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय
विभिन्न खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया, ताकि आतंकी खतरों को समय रहते टाला जा सके।
आज, जब देश संविधान दिवस भी मना रहा है, हम मुंबई हमले के शहीदों के बलिदान को याद करते हैं और आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुटता और संकल्प की पुष्टि करते हैं।

T20 World Cup 2026: रोहित शर्मा बने T20 वर्ल्ड कप 2026 के ब्रांड एंबेसडर, ICC ने इतिहास में पहली बार किया ये बड़ा काम
Discover more from Live India News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
