IND vs ENG: लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर इंग्लैंड और भारत के बीच खेला गया तीसरा टेस्ट मैच बेहद रोमांचक रहा, जिसमें आखिरकार इंग्लैंड ने भारत को 22 रनों से हराकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली। एक समय ऐसा लग रहा था कि भारत यह मैच आसानी से जीत लेगा, लेकिन अंतिम दिन भारतीय टीम ने लगातार विकेट खोए और जीत से चूक गई। आइए जानते हैं भारत की इस हार के कुछ प्रमुख कारण
1. टॉप ऑर्डर का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक
भारतीय टीम की दूसरी पारी में टॉप ऑर्डर का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा। भारत के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने 193 रनों का लक्ष्य पीछा करते हुए शून्य पर आउट हो गया, जबकि शुभमन गिल (6 रन) और करुण नायर (14 रन) भी कुछ खास नहीं कर पाए। भारत ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 58 रनों पर चार विकेट खो दिए, जिससे टीम पर काफी दबाव था। हार का सबसे बड़ा कारण मजबूत शुरुआत न होना था।
2. निचले क्रम से उम्मीद से ज्यादा दबाव
जब टॉप ऑर्डर सस्ते में पवेलियन लौट गया, तो सारी उम्मीदें निचले क्रम के बल्लेबाजों पर आ गईं। रवींद्र जडेजा ने एक छोर पर शानदार बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 61 रन बनाए और जसप्रीत बुमराह (5 रन) व मोहम्मद सिराज (4 रन) के साथ मिलकर जीत के करीब पहुंचे। हालांकि, उनसे इतनी बड़ी साझेदारी की उम्मीद नहीं की जा रही थी। अगर शीर्ष क्रम के बल्लेबाज कुछ और रन बनाते, तो निचले क्रम पर इतना दबाव नहीं आता और परिणाम कुछ और हो सकता था।
3. अतिरिक्त रनों की ‘बारिश
इस मैच में भारत ने अतिरिक्त रनों के रूप में 63 रन लुटाए, जो इंग्लैंड के कुल अतिरिक्त रनों (30) से लगभग दोगुने थे। दूसरी पारी में भारत के 9 बल्लेबाज मिलकर भी इतने रन नहीं बना पाए, जितने अतिरिक्त रन भारत ने दिए। ये अतिरिक्त रन मैच में एक बड़ा अंतर पैदा कर गए और कहीं न कहीं भारत की हार का कारण बने।
IND vs ENG 3rd Test: आज भारत बनाम इंग्लैंड तीसरे टेस्ट मैच का पहला दिन है, जो लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, लंदन में खेला जा रहा है।
4. पहली पारी में बड़ी बढ़त लेने से चूकना
पहली पारी में केएल राहुल 100 रन और रवींद्र जडेजा 72 रन की शानदार पारियों की बदौलत भारत ने इंग्लैंड के 387 रनों के बराबर स्कोर बनाया था। हालांकि एक समय भारत मजबूत स्थिति में दिख रहा था और बड़ी बढ़त लेने की ओर अग्रसर था, लेकिन अंतिम 4 विकेट सिर्फ 11 रन पर गिर गए। अगर टीम पहली पारी में 30-40 रनों की भी बढ़त ले पाती, तो पांचवें दिन लक्ष्य का पीछा करना आसान हो सकता था।
5. महत्वपूर्ण कैच छूटना
मैच के दौरान कुछ महत्वपूर्ण कैच भी छूटे, जिसने इंग्लैंड को बड़ी साझेदारियां बनाने का मौका दिया। पहली पारी में खासकर जैमी स्मिथ का कैच छोड़ना, जिन्होंने बाद में महत्वपूर्ण 51 रन बनाए, भारत को महंगा पड़ा। छोटे-छोटे मौकों का फायदा न उठा पाना भी हार का एक कारण बना।
6. इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों का घातक प्रदर्शन
जोफ्रा आर्चर (दूसरी पारी में 3 विकेट), बेन स्टोक्स (दूसरी पारी में 3 विकेट) और ब्राइडन कार्स (दूसरी पारी में 2 विकेट) की तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने भारतीय बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। पांचवें दिन पिच से मिल रही मदद का उन्होंने भरपूर फायदा उठाया और भारतीय बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया।
कुल मिलाकर, लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की हार कई छोटे-छोटे कारकों का परिणाम थी, जिसमें टॉप ऑर्डर का विफल होना, अतिरिक्त रनों की अधिकता और महत्वपूर्ण मौकों पर चूकना प्रमुख रहे। रवींद्र जडेजा ने अंत तक हार नहीं मानी, लेकिन उन्हें बाकी बल्लेबाजों का पर्याप्त साथ नहीं मिल पाया, जिससे भारत को 22 रनों की करीबी हार का सामना करना पड़ा।
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